गर्दन दर्द या सर्वाइकल पेन क्या है? आज के समय में गर्दन दर्द (Neck pain) या सर्वाइकल पेन (Cervical pain) होना आम समस्या है।
यह किसी भी उम्र में महिला पुरुष या बच्चों को हो सकता है। आज की जीवनशैली में ऑफिस से लेकर घर तक ज्यादातर लोग दिनभर कुर्सी पर बैठे रहते हैं और यह सर्वाइकल पेन का सबसे बड़ा कारण हो सकता है।
जैसे – एक स्थान पर लगातार बैठना, पीठ के बल बिस्तर पर लेटना, फिजिकल एक्टिविटी न करना, झुक कर बैठना, मानसिक तनाव, कठोर और ऊंची तकियों का उपयोग करना और कई अन्य गलत आदतों के कारण गर्दन में दर्द होता है।
आमतौर पर लोग गर्दन दर्द को नजर अंदाज करते हैं, लेकिन कई बार यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं – सर्वाइकल पेन के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में।

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गर्दन दर्द या सर्वाइकल पेन के कारण
- ज्यादा समय तक काम करने से
- भारी वजन उठाने
- हड्डियों के कमजोर होने
- सिर झुका कर काम करने
- सिर झुका कर लगातार पढ़ने से
- एक्सीडेंट के समय गर्दन पर चोट लग जाने के कारण
- गलत तरीके से बैठने के कारण
- उम्र बढ़ने के कारण
- महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण
- महिलाओं में मासिक धर्म के वजह से कमजोरी के कारण
- मोटापा के कारण इत्यादि

गर्दन दर्द या सर्वाइकल पेन के लक्षण
- गर्दन झुकाने और हिलाने में दर्द होना
- गर्दन में खिंचाव
- जकड़न महसूस होना
- चक्कर और उल्टी (Vomiting) आना
- सिर के बैक साइड कंधे, बांह्, में दर्द होना
- कंधों में दर्द और जकड़न पैदा होना
- हाथों में सुन्नपन होना
- बीमारी बढ़ने पर चक्कर आना
- धुंधलापन दिखाई देना
- गर्दन में सूजन आना
- सिर दर्द करना

सर्वाइकल पेन के समय क्या करें
- बैठते समय गर्दन को सीधा रखें।
- गद्दे के बजाय तक्थ पर सोए।
- गाड़ी चलाते समय गर्दन सीधा रखें।
- नर्म और कम ऊंचाई वाले तकिये का इस्तेमाल करें।
- भोजन में विटामिन डी और कैल्शियम भरपूर मात्रा में लें।
सर्वाइकल पेन के समय क्या न करें
- धूम्रपान का प्रयोग ना करें।
- चाय और कैफीन का सेवन ना करें।
- गर्दन झुकाकर न बैठे।
- लेटकर टीवी ना देखें।
- लगातार कंप्यूटर पर काम ना करें।
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गर्दन दर्द के लिए टेस्ट
गर्दन दर्द के कारण का पता लगाने के लिए निम्नलिखित टेस्ट करवाए जा सकते हैं –
- एक्स-रे ( X-Ray)
- एम आर आई (MRI)
- सिटी स्कैन (CT. scan)
- बोन स्कैन (Bone Scan)
- नर्व कंडक्शन वेलोसिटी टेस्ट (Nerve conduction velocity test)
गर्दन दर्द के निदान
घरेलू उपचार
आज के दौर में भी ज्यादातर लोग घरेलू औषधियों का उपयोग करते हैं, इससे कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। घरेलू औषधियों का उपयोग गर्दन दर्द में राहत देने के लिए कारगर साबित हुआ है। घरेलू औषधियों का शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।
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व्यायाम करना
अगर कोई व्यक्ति सर्वाइकल पेन के कारण परेशान है तो वो लगातार एक्सरसाइज करता रहे, कुछ समय बाद गर्दन दर्द से छुटकारा मिल सकता है। एक्सरसाइज करने से आप अपने शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं।
फिजियोथेरेपी
यदि किसी व्यक्ति को 1 हफ्ते से ज्यादा गर्दन दर्द रहता है तो उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर अगर उस व्यक्ति को फिजियोथेरेपी लेने की सलाह देता है तो मरीज को फिजियो थेरेपी लेनी चाहिए, जिससे सर्वाइकल पेन से उसे निजात मिल सके।
होम्योपैथिक उपचार
होम्योपैथिक उपचार आज के समय में ज्यादा प्रचलन में है, क्योंकि होम्योपैथिक दवा का शरीर में साइड इफेक्ट बहुत कम होता है। होम्योपैथिक उपचार के द्वारा सर्वाइकल पेन ठीक किया जा सकता है।
स्पाइन सर्जरी
जब किसी मरीज को कई दिनों तक लगातार सर्वाइकल पेन होता है तो यह एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में हमें डॉक्टर से तुरंत सलाह लेना चाहिए।
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सर्वाइकल दर्द के घरेलू उपचार
सर्वाइकल दर्द से राहत पाने के लिए आप इन घरेलू औषधियों का इस्तेमाल कर सकते हैं –
हल्दी का उपयोग
हल्दी एक नेचुरल पेनकिलर है जो सूजन को भी कम करती है। हल्दी ब्लड सरकुलेशन को बढ़ा देती है, इसलिए इसके सेवन से दर्द में राहत मिलती है। इससे गर्दन की अकड़ भी कम होती है।

दूध और हल्दी का उपयोग
अगर आपको सर्वाइकल पेन है तो एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर उबाल लें। इसके बाद इसे ठंडा करके एक चम्मच शहद मिला लें।
इसे रोज दिन में दो से तीन बार पिए ऐसा लगातार करने से गर्दन दर्द के साथ-साथ शरीर के दर्द से आराम मिलेगा।

तिल्ली के तेल का उपयोग
तिल्ली के तेल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक फास्फोरस, विटामिन डी के साथ और भी कई विटामिन पाए जाते हैं जो कि हड्डियों के लिए फायदेमंद होते है।
सर्वाइकल दर्द से आराम पाने के लिए तिल के तेल को गुनगुना करके रोज मालिश करें।

सरसों का तेल
सरसों, अरंडी, तिल का तेल और लहसुन की तीन या चार कलियां भून लें, भूनने के बाद लहसुन की कलियां खा भी सकते हैं ,साथ ही लहसुन से पके इस तेल को दर्द वाली जगह पर मालिश करने से गर्दन दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

लहसुन का उपयोग
सुबह खाली पेट लहसुन के दो या तीन कली गुनगुने पानी के साथ खाएंगे तो आपको सर्वाइकल दर्द से राहत मिलेगी।

पानी और नमक का मिश्रण
सर्वाइकल दर्द की वजह से आपको कई बार सूजन भी आ सकता है ऐसे में 1 लीटर पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर, इसे गुनगुना करके एक बोतल में भर लें।
इस पानी में तौलिया भीगाकर तौलिया से ही प्रभावित जगह पर शिकायी करने से दर्द में आराम मिलेगा

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गर्दन दर्द में परहेज
- किसी भी स्थान पर एक ही आसन (Posture) में ज्यादा समय तक ना बैठे।
- ज्यादा समय तक सोना नहीं चाहिए।
- नमकीन या खट्टी वस्तुओं का सेवन ना करें।
- कठोर और ऊंची तकिये का उपयोग न करें।
- किसी काम को लगातार ना करें, रेस्ट लेकर करें।
- सिर पर ज्यादा वजन वाली वस्तुओं को ना रखें।
नोट : गर्दन दर्द को ज्यादा दिनों तक नजरअंदाज ना करें क्योंकि आगे चलकर आपके लिए यह बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। हमे उम्मीद है इस लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। इस प्रकार की जानकारी पाने के लिए हमारे वेबसाइट NCERT Infrexa को सब्सक्राइब करें और अपने दोस्तों को शेयर करें।