पुरुषों में कमर दर्द सिर्फ वृद्धावस्था का ही दर्द नहीं है बल्कि यह किसी भी उम्र में होने वाली पीड़ादायक बीमारी है। आज के समय में बदलती जीवन शैली, खानपान, रहन सहन (Life style) के कारण पीठ या कमर दर्द की समस्या आम बनती जा रही है।
महिलाओं में मासिक चक्र (Menstrual cycle) एवं गर्भावस्था (pregnancy) के दौरान कमर दर्द की शिकायत अधिक देखी जाती है, लेकिन अब पुरुषों में भी कमर दर्द की शिकायत लगातार बढ़ती जा रही है।
पुरुषों में कमर दर्द के कारण (Causes of back pain in men)
पुरुषों में कमर दर्द के कारण निम्नलिखित है –
तनाव के कारण
जब हम तनाव में होते हैं तो हमारी मांसपेशियां अकड़ जाती हैं। खासकर गले और पीठ के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों पर तनाव का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।
साधारण रूप से रक्त का प्रवाह बिना रुके होता है लेकिन जब पीठ की मांसपेशियों अकड़ जाती है तब रक्त के प्रवाह में अवरोध होने से हमारी पीठ दर्द करने लगती है।
आपने गौर किया होगा कि, जब भी आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त होते हैं तो सबसे पहले पीठ दर्द होना शुरू हो जाता है। यदि आप लंबे समय से मानसिक रूप से तनावग्रस्त रहते हैं तो पीठ दर्द की समस्या और बढ़ जाती है।
रीढ़ की हड्डी के कारण
हमारी रीढ़ की हड्डी के बीच के डिस्क (जो प्राय: रबर के समान होता है) हड्डियों को जोड़ने का कार्य करता है, ये डिस्क रीढ़ की हड्डी को लचीलापन प्रदान करके इसे किसी भी तरह के झटके से बचाता है।
सरल शब्दों में समझ लीजिए कि शॉक-एब्जॉर्बर का काम करते हैं पर समय के साथ ये डिस्क फ्लैट होने लगते हैं या चोट आदि लगने से इनमें विसंगतियां हो जाती हैं।
कई लोगों में डिस्क की समस्या जेनेटिक (genetics) होती है। ये डिस्क हमेशा दर्द वाली स्थितियां पैदा करते हैं। जब एक बार डिस्क के कारण दर्द शुरू होता है तो रोगी को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं।
कई लोगो को हॉट पैड लगाने या फिजियो थेरैपी से भी आराम मिलता है, किंतु डॉक्टर की सलाह से उपचार करना ज्यादा ठीक रहता है।
कंप्यूटर का लगातार उपयोग करने से
हमारे शरीर के सभी अंग आपस में एक बेहतरीन कोऑर्डिनेशन यानी तालमेल के साथ काम करते हैं, एक ही दशा में कई घंटों तक बैठकर काम करने से शरीर के मांसपेशियों का संतुलन जब बिगड़ जाता है और पीठ या पीठ की पेशियों में दर्द होने लगता है।
हैमस्ट्रिंग्स मसल्स में खिंचाव या पेट की मांसपेशियों के कमजोर होने से भी पीठ में दर्द होता है।
दरअसल, यदि शरीर मे पेशियों (Muscles) में असंतुलन होता है तो उसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है खासकर ऐसी स्थिति में पीठ की पेशियों को ज्यादा कार्य करना पड़ता है और इसी कारण उनमे अकड़ हो जाती है और दर्द होने लगता है।
गठिया के कारण
कमर में दर्द आज के समय में आम बात है क्योंकि यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को किसी अभी उम्र में हो सकती है। कई बार गठिया के कारण भी पुरुषों में कमर दर्द होता है। इस बीमारी में मरीजों को उठने-बैठने में भी तकलीफ उठानी पड़ती है।
कमजोरी के कारण
अगर कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से पीड़ित है और वह एक स्थान पर लगातार लेटे रहता है तो इस कारण से भी कमर में दर्द होने लगता है। इसके आलावा शरीर में जरूरी मिनिरल्स / पोषक तत्वों की कमी से भी पुरुषों में कमर दर्द होता है। वैसे कमजोरी के कारण महिलाओं में भी कमर दर्द बहुत आम है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण
ऑस्टियोआर्थराइटिस एक प्रकार की गंभीर बीमारी है इस बीमारी के कारण मरीजों के हड्डियों में दर्द होता है। पुरुषों में कमर दर्द के अन्य कारण –
- झटका या आघात के कारण
- जननांगों में सूजन के कारण
- किडनी में सूजन, पथरी या किडनी से सम्बंधित किसी बीमारी के कारण
- बुखार के कारण
- चोट लगने के कारण
- हर्निया के कारण
अन्य कारण
आर्थराइटिस, कैल्शियम, विटामिन डी की कमी, कशेरूकाओं की बीमारी, मांसपेशियों एवं तन्तुओं में खिंचाव, मासिक में गड़बड़ी, गर्भाशय में सूजन, गलत आसनों के प्रयोग आदि अनेक कारणों से पीठ या पुरुषों में कमर दर्द हो जाता है।
लक्षण (Symptoms)
पुरुषों में कमर दर्द के लक्षण निम्नलिखित है-
- पीठ पर सूजन होना
- पैरों के नीचे दर्द होना
- मल त्याग करते समय दर्द होना
- वजन घटना
- पेशाब करने में कठिनाइयां
- शरीर का तापमान बढ़ना
कमर दर्द से बचाव कैसे करें (How to protect yourself from back pain)
कमर दर्द से बचाव करने के लिए नीचे दिए गए तरीके निम्नलिखित है –
- खान-पान सही करें: स्वच्छ भोजन हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है और हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है।
- कंप्यूटर का उपयोग करते समय ज्यादा न झुकें: कंप्यूटर या डेस्कटॉप पर काम करते समय इन चीजों का ध्यान रखें कि आपकी नजर 90 डिग्री कोण के समान हो और हो सके तो माउस भी 90 डिग्री के समान रखे। मोबाइल का इस्तेमाल करते समय आपकी गर्दन सीधी और नजर नीचे की ओर होनी चाहिए।
- मानसिक तनाव से बचें: मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान, एकाग्रता और गहरी सांस लेना चाहिए। गहरी सांस लेने से मानसिक संतुलन स्वस्थ रहता है जिसके कारण दर्द कम होता है।
- नियमित व्यायाम करें: अगर कोई व्यक्ति लगातार व्यायाम करता है तो उसके शरीर में दर्द नहीं होता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
घरेलू उपचार (Home remedies)
1. बर्फ का उपयोग – बर्फ की सेंकाई दर्द और सूजन को कम करने में बड़ी कारगर साबित हुई है। जब किसी व्यक्ति को कमर में दर्द हो तो उसे उस स्थान पर बर्फ के टुकड़े से सिकाई करना चाहिए।
बर्फ का उपयोग करने के लिए साफ स्वच्छ कपड़े में बर्फ बांध ले और उसे कुटकर दर्द वाली जगह पर 10 से 20 मिनट तक रख दे और यह प्रक्रिया 2 से 3 घंटे के दौरान दोहराते रहें, ताकि दर्द से छुटकारा मिल सके।
2. सेंधा नमक और अलसी तेल का उपयोग – सेंधा नमक का इस्तेमाल करने से शरीर में दर्द और सूजन कम हो जाता है।
सेंधा नमक इस्तेमाल करने का सही तरीका यह है कि – सेंधा नमक को अलसी के तेल के साथ दर्द वाले स्थान पर लगाना चाहिए जिससे दर्द और सूजन से छुटकारा मिल सकता है।
3. सरसों का तेल और लहसुन का उपयोग – सरसों के तेल और लहसुन का लेप बना कर दर्द और सूजन वाले स्थान पर लगाने से आराम मिलता है।
सरसों तेल और लहसुन का लेप बनाने का तरीका: सबसे पहले आपको एक कटोरी में सरसों का तेल लेना है और उसमें लहसुन के 8 से 10 दाने छीलकर डालना है साथ में दो चम्मच जमाइन भी डालना है।
इसके बाद उसे धीमी आंच में तब तक गर्म करना है जब तक लहसुन और अजवाइन हल्के काले ना पड़ जाए। अब आपको कुछ समय के लिए छोड़ देना है जिससे तेल ठंडा पड़ जाए। इसके बाद मरीज के दर्द और सूजन वाले स्थान पर लगाना है जिससे कमर दर्द से छुटकारा मिल सके।
4. दूध का उपयोग – दूध में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है।
शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण पुरुषों में कमर दर्द की समस्या होती है इसलिए दूध का नियमित सेवन करने से कमर दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
पुरुषों में कमर दर्द होने पर क्या सावधानियां रखनी चाहिए (Precautions)
- कुछ दिनों तक ज्यादा वजन वाली चीजें न उठायें
- यदि किसी विशेष कारण के बिना ही कमर में दर्द होना शुरू हो गया हो तो डॉक्टर की सलाह से तुरंत LFT (Liver Function Test), RFT/KFT (Renal/Kidney fuction test) की जाँच और अल्ट्रासाउंड बिना किसी देरी के करवायें
- कमर को सीधा रखें, सोते समय या बैठते समय कमर को टेढ़ा-मेढा न रखें। हो सके तो नीचे दिखाया गया एक्यूप्रेशर बेल्ट पहने इससे बोन्स व्यवस्थित हो जायेंगे और कमर दर्द में आपको काफी आराम मिलेगा
- पुरुषों में कमर दर्द से राहत पाने के लिए ज्यादा दिन तक गोली-दवाइयां न खाएं, दर्द की दवाइयां अक्सर किडनी फेल करने का कारण बनती हैं।
- आप “डॉक्टर आर्थो” के तेल से कुछ दिन तक मालिश करें (अपने डॉक्टर की सलाह ले लें)
- यदि आपका बजट अच्छा है तो, आयोडेक्स या डॉक्टर आर्थो के तेल की मालिस करने के बाद, नीचे दखाये गए एयर सेल कॉम्पैक्ट पैड में अपने कमर में आयोडेक्स का स्प्रे लगाकर, गर्माहट के साथ प्रेसर दें इससे आपके पीठ दर्द (back pain) में प्राकृतिक रूप से आराम मिलेगा और बार-बार डाक्टरों का चक्कर भी नही लगाना पड़ेगा
पुरुषों में कमर दर्द के समय डॉक्टर से कब सलाह लें?
कमर दर्द को घरेलू उपचार से दूर भगाया जा सकता है लेकिन इसके कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिसके कारण आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत होती है, ये लक्षण निम्नलिखित हैं –
- अगर मरीज के शरीर में 2 या 3 हफ्ते से अधिक समय तक दर्द रहता है तो डॉक्टर को दिखवा लेना चाहिए।
- घरेलू उपचार से दर्द ठीक नहीं हो रहा है
- अक्सर रात्रि के समय मरीज के कमर में दर्द हो रहा है।
- मरीज के कमर दर्द के साथ पेट में भी दर्द होना।
- यदि मरीज के बाहों या पैरों में कमजोरी झुनझुनी या सुन्न होना।