जास्मिन के फूल को हिंदी में चमेली का फूल कहते हैं, यह सफेद रंग का होता है। अपनी मनमोहक खुशबू के कारण यह भारत के अलावा भी कई अन्य देशों में बहुत लोकप्रिय है।
आज मैं इस फूल से जुड़ी सभी जानकारी – आपको बताने वाली हूं जैसे – चमेली के फूल का मतलब, इसकी उपयोगिता और विशेषताएं, इसे लगाने के तरीके, हिंदी नाम, और यह किस देश का राष्ट्रीय फूल हैं इत्यादि।
मुझे विश्वास है, की अगर आप इस लेख को, ध्यान पूर्वक पढ़ते हैं, तो इस फूल की जानकारी के लिए आपको कोई और लेख पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
चमेली का फूल (Jasmine flower)
चमेली का पौधा (Jasmine plant) एक सदाबहार फूल झाड़ी है जो ऑस्ट्रेलिया, एशिया, यूरोप एवं चीन के उष्णकटिबंधीय गर्म और समशीतोष्ण क्षेत्रों में मूल रूप से पाया जाता है।
ये फूल फूल सफेद और पीले होते हैं और पर्वतारोही (लपेटदार), बेल और प्रसार के रूप में दूसरे पेड़ों या झाड़ियों का सहारा लेकर विकास करते हैं।
कई क्षेत्रं में यह रातरानी के नाम से प्रसिद्द है, रातरानी का फूल हमारे आस – पास के पूरे वातावरण को सुगंधित और आनंदमय बना देती है। इस फूल का रंग और आकर दोनों ही शानदार होते है।
इसके फूल गुच्छों में होते हैं जो गोल आकार के आधार पर सफेद रंगों की 6 या 9 पंखुड़ियों से बने होते हैं। ये बहुत घने पत्तो के बीच में एक – दो गुच्छे होते है।
चमेली का फूल कई रंगों में पाया जाता है। इस फूल पूरे विश्व में लगभग 200 से अधिक प्रजातियां पायी जाती है। इसे भारत में रातरानी (रात की रानी कहा जाता है) क्योंकि अक्सर रात में यह खिलता है और प्रातः इसके फूल में सुगंध और मनमोह लेने वाली खुशबू निकलती है।
जास्मिन फूल का मतलब
जास्मिन फूल का मतलब हिंदी में जानने के लिए आपको सबसे पहले जास्मिन का मतलब जानना पड़ेगा।
जैस्मीन एक फारसी शब्द है, जिसका अर्थ है “ईश्वर का उपहार।” यह मूल रूप से फ़ारसी शब्द “यास्मीन” से लिया गया है, इसका सीधा सबंध पौधे (Plant) से है, जिसका मतलब है “सुगंधित फूल।”
यदि सरल शब्दों में आपको बताएं तो – जास्मिन फूल का मतलब सुगन्धित पुष्प होता है जो भगवान द्वारा दिया गया एक उपहार है।
- उत्पत्ति: जैस्मीन एक फारसी नाम है जिसका अर्थ है “भगवान से उपहार” (Gift from God) या “सुगंधित फूल (Fragrant flower)।”
- लिंग: जैस्मीन आमतौर पर एक लड़की के नाम के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- इसका सही उच्चारण: jas-mine है।
चमेली के फूल और पत्ते कैसे होते हैं
चमेली के फूल सफेद रंग में ज्यादा देखने को मिलते हैं। इनके फूल के रंग भी अनेक प्रकार के होते है तथा पत्ते हरे रंग के होते हैं। ये फूल अलग- अलग तरह के होते हैं। जो अक्सर सफेद के साथ नीले, पीले और गुलाबी रंग में पाए जाते हैं।
ये फूल चाहे किसी रंग का हो लेकिन पत्तो का रंग बिल्कुल नही बदलता इनका रंग सदैव हरा ही रहता है, जो इस फूल की मुख्य विशेषताओं में से एक है।
यह फूल किस देश का राष्ट्रीय फूल है?
चमेली का फूल दिखने में बेहद खूबसूरत होता है। इसकी खूबसूरती और मादक महक के कारण इस फूल को पाकिस्तान के राष्ट्रीय फूल का दर्जा प्राप्त है।
चमेली के फूलों का उपयोग
चमेली फूलों की मनमोहक खुशबू काफी लोगों को पसंद आती है। इन फूलों का इस्तेमाल करके कई आयुर्वेदिक दवाइयों भी तैयार की जाती है। इसके साथ ही कई तरह की चीजें जैसे – सुगन्धित तेल, परफ्यूम, साबुन, फेसपैक इत्यादि बनाएं जाते हैं।
कुछ समय पूर्व राजाओं के समय में विवाह के उपरांत राजकुमारियों को दूध, चमेली के पुष्प और सुगन्धित लेप से स्नान करवाया जाता था ताकि वो राजकुमार को ज्यादा आकर्षित कर सकें और रिश्ते की मजबूत नींव डाल सकें।
इन फूलों के औषधीय गुणों की बात करें तो, इसका इस्तेमाल कई समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित हुआ है जैसे – लिवर, बालों का झड़ना, पेट दर्द, स्ट्रोक, कैंसर आदि जैसे विकार।
इनका इस्तेमाल खाद्य पदार्थों में जैसे – खाने में फ्लेवर को बनाने के लिए भी किया जाता है।
चाय बनाने के लिए
जैस्मिन से बनी चाय आपके लिए गुणकारी हो सकती है। चमेली के फूलों की बनी ग्रीन टी, चाय के साथ एक टेबलस्पून में मिक्स करके पीने पर यह पेट संबंदी विकारों में बहुत ही फायदेमंद साबित होती है।
तेल के रूप में
जैस्मिन के तेल (Jasmine oil) से मसाज करने से थकान, वोपोराइज, दर्द, आदि समस्याएं दूर भाग जाती हैं। नहाने के दौरान पानी में चमेली का (Jasmine oil) तेल डालने से शरीर को चिकनापन बनाता है।
चमे के पुष्प से बने तेल का उपयोग हम बहुत सी चीजों में करते हैं, जैसे – खाने में, एयर डिफ्यूजर में, मसाज के रूप में बालों में और नरीशमेंट के लिए आदि।
लेकिन ध्यान रहे कुछ लोगों को इन फूलों से एलर्जी हो सकती है। इसलिए अगर आपको एलर्जी की शिकायत है तो इसका उपयोग बिल्कुल भी ना करें। इस्तेमाल के बाद कोई परेशानी हो तो तुरंत अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें।
तेल और क्रीम लगाने के फायदे
ये फूल दिखने में बेहद खूबसूरत होते हैं। कई मामलों में इनकी औषधी भी बहुत लाभकारी साबित हुई हैं। इनकी सुगन्ध बिल्कुल मन मोह लेने वाली होती है।
चमेली का पौधा कैसे उगायें
पूरे भारत में ये फूल आमतौर पर घरों और बगीचों में ही लगाया जाता है। ये सफेद रंग के होते हैं लेकिन किसी – किसी स्थान पर पीले रंग के फूलों वाली चमेली की बेलें भी पायी जाती हैं। इनके पत्ते तथा जड़ तीनों ही औषधीय गुणों वाले होते हैं। इसके फूलों से तेल, इत्र (परफ्यूम) और फेस क्रीम का भी निर्माण किया जाता है।
आप अपने घर में शानदार खुशबू चाहते है तो चमेली का पौधा जरूर लगाएं ये खुशबू देने के साथ कई अन्य चीजों में भी सहायता करता है जैसे कि किसी व्यक्ति को चोट लग जाने पर इसके पत्तों का लेप लगाने पर उसे आराम मिलता है।
- चमेली के फूल (Jasmine plant) को लगाना बहुत ही आसान है, आप इसे बाजार से खरीद कर लायें, यदि यह आपके आस-पास की बाजार में उपलब्ध नही है तो इसे नीचे दी गई फोटों में क्लिक करके ऑनलाइन आर्डर कर सकतें हैं।
- अब इसे घर में बगीचे या एक गमले में थोड़ी सी मिट्टी डालकर इसके पौधे को लगा दें। थोड़े दिन में पौधा लग जायेगा और आपके घर को भी सुगन्धित करने लगेगा। यदि आपके पास गलमा नही है तो इसे भी आप ऑनलाइन मंगवा सकतें हैं।
- घर में चमेली के फूल (Chameli flower) की महक से वातावरण ताजा-ताजा लगता है, इसकी सुगंध आवसाद जैसी बीमारी को दूर करती है और मन को खुश रखती है इसलिए इसे आप को भी अपने घर में इसे जरूर लगाना चाहिए।
फूलों के जल्दी बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ्य रखने के लिए आप ऊपर दिखाया गया उर्वरक उपयोग कर सकतें है।
उम्मीद है इस लेख में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।