Sunflower

सूर्यमुखी (Sunflower) के उपयोग, गुण और फायदे

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Sunflower को हिंदी में सूर्यमुखी या सूरजमुखी कहते हैं, जिसक वानस्पतिक नाम (Scientific name) हेलिनथस अनस (Helianthus annuus) है। यह फूल कई रंगों में मिलता है लेकिन पीले रंग वाला सूर्यमुखी देखने में बहुत खूबसूरत होता है।

सूर्यमुखी फूल के गुण और उपयोग

सूर्यमुखी (Sunflower) मूलत: अमेरिका मे पाया जाने वाला पौधा (Plant) है, लेकिन इसकी खेती भारत में भी की जाती हैं। सूर्यमुखी फूल के गुण और उपयोग निम्नलिखित हैं –

  • इसके फूल का उपयोग क्रीम बनाने में किया जाता है।
  • इससे सनलोसन बनाया जाता है।
  • इसके फूल से विभिन्न दवाइयाँ बनाई जाती हैं।
  • Sunflower फूल से खाने के फ्लेवर भी बनाए जाते है।

सूर्यमुखी एक तरह का पौधा है, जिसमें पीले रंग के फूल खिलते हैं, सूरजमुखी पौधे (Sunflower Plant) की लंबाई लगभग 8 से 10 फुट होती है। इसका तना एक डंठल की तरह होता है लेकिन पत्तियां खुरदूरी होती हैं। पौधे के बीच में एक स्थुल केंद्र होता है। फूल के चारो ओर गोलाई में पीले रंग के पत्ते निकले होते है एवं बीच में काले रंग का कोको (बीज) होता है।

Sunflower का फूल सूरज उगने के बाद खिलता है और सूर्य अस्त होने के साथ मुरझाने लगता हैं। सूरजमुखी का पौधा (Sunflower Plant) हर मौसम में लगाया जा सकता है। यह पौधा दूषित हवा को शुद्ध करने का काम करता है।

सूरजमुखी के बीजों के फायदे

Sunflower के बीजों में एंटी – माइक्रोबियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी पाया जाता है जिस कारण ये हमारे शरीर के हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट कर देता है एवं हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाता हैं।

हृदय के लिए: सूरजमुखी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी रसायन पदार्थ पाये जाने के कारण यह हमारे शरीर को हृदय रोग या दिल से संबंधित कई बीमारियों से बचाता है। इसके अतिरिक्त यह हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है। इसके के बीजों से चोट के घाव भी भर जाते हैं। इसके फूलों से बनी एंटीवायोटिक क्रीम घाव भरने में सहायता करती है।

त्वचा रोग के लिए : सूरजमुखी के बीजों तथा फूलों से कई दवाइयां भी बनाई जाती हैं जो त्वचा रोग क भगाने मे भी कारगर साबित हुई है। इसमे पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड, विटामिन्स और फ्लेवोनॉइड उचित मात्रा में पाए जाता है।

कैंसर के लिए : इसके बीजों में लिग्नेन पदार्थ पाया जाता है, इसलिए ये शरीर को स्वास्थ बनाए रखता है। यह शरीर में ऑक्साइड का कार्य करता है जिससे कैंसर जैसी भयानक बीमारियों से बचाव करना सम्भव होता है।

कोलेस्ट्रोल कम करने के लिए : सूरजमुखी के बीजों का सेवन कोलेस्ट्रॉल स्तर कम करने में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ने से शरीर मे कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं – जैसे शरीर में पीड़ा (pain) तो होता ही है साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसके बीज का सेवन करके ऐसी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। यह शरीर के अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।

अन्य फायदे

डायबिटीज मरीज के लिए : डायबिटीज वाले मरीजों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद होता है, डायबिटीज वाले लोगो को सही डाइट की हमेशा चिन्ता लगी रहती है कि क्या खाए क्या न खाएं। सूरजमुखी के बीज नाश्ते में रोज सुबह खाने से डायबिटीज के रोगियों को कभी लाभ मिलता है।

जोड़ों में दर्द के लिए : बढ़ती उम्र के साथ ही हमारी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण जोड़ो में दर्द, कमर दर्द, पीठ दर्द, हाथ दर्द, और पैर दर्द आदि की समस्याएं हमारे जीवन में परेशानी का कारण बन जाती हैं। इसका कारण भोजन सही मात्रा में न लेना या नियमित रूप से न खाने की वजह हो सकती हैं। अगर आप सूरजमुखी के बीजों को अपने भोजन में शामिल कर ले तो आपके शरीर की हड्डियां मजबूत होगी और जोड़ो के दर्द में राहत मिलेगी। इसमें कैल्शियम और आयरन जैसे तत्व पाए जाते हैं, ये तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

सूजन कम के लिए : अगर आपके शरीर में सूजन जैसी दिक्कत है तो सूरजमुखी का बीज सूजन को ठीक करने में सहायक होता है। सूजन होने से कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। इसके बीज का सेवन करने से इसका बचाव सम्भव है।

दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए : उम्र के साथ – साथ कमजोर याददाश्त जैसी परेशानियों से जूझना पड़ता है। इसका असर सीधा दिमाग पर होता है, दिमाग को स्वास्थ रखने के लिए खाने में भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती हैं। अगर हमारे शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते तो हमारा शरीर स्वस्थ्य नहीं रह पाता और अनेकों बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। इसके बचाव के लिए हमे अपने दैनिक आहार में सूरजमुखी के बीजों को खाने में शामिल करना चाहिए। ऐसी समस्याओं मे सूर्यमुखी के बीज बहुत ही फायदेमंद साबित होते हैं।

एनर्जी के लिए : अगर शरीर में थकान या कम ऊर्जा का अनुभव हो तो इसके बीज बहुत ही फायदेमंद होते है। ये हमारी शरीर को तत्काल ऊर्जा प्रदान करते हैं।

सूर्यमुखी (Sunflower) के पौधे किस मौसम में और कैसे लगाए जाते हैं?

सूर्यमुखी का पौधा जनवरी से जुलाई माह के बीच कभी भी लगाया जा सकता हैं। यह पूरे साल / बारहमासी फूलने वाला पुष्प है।

इसमें मई से अगस्त तक फूल आते हैं। यह हर तरह की मिट्टी में उपजाऊ होता है।

सूरजमुखी (Sunflower) के पौधे को गमले में लगाने के लिए इसमे आधी खाद और आधी मिट्टी भर लेना चाहिए, गमले मे पौधा लागने के बाद इसे समय – समय पर पानी देना चाहिए। पौधे में प्रतिदिन नहीं डालना चाहिए, क्योंकि प्रतिदिन पानी डालने से या सड़ सकता है।

Sunflower / सूर्यमुखी के फूल के उपयोग

  • दांतो के दर्द में राहत दिलाने के लिए।
  • हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने के लिए।
  • ऊर्जा बढ़ाने के लिए।
  • आखों को स्वस्थ रखने के लिए।
  • कान दर्द में आराम दिलाने के लिए।
  • गलगंड या घेंघा रोग के उपचार के लिए।
  • कब्ज एसिडिटी को कम करने के लिए
  • बालों की झड़ने जैसी समस्या को दूर करने के लिए।
  • स्क्रीन प्रोब्लम से छुटकारा दिलाने के लिए या
  • जलन, दाग दब्बे से छुटकारा दिलाने के लिए किया जाता है।

सूरजमुखी का पौधा कैसा होता है

सूर्यमुखी के पौधे की लंबाई एक से तीन फीट तक होती हैं। इसका पौधा सीधा और पत्ते खुरदरे से होते है तथा फूल इसके पीले रंग के होते हैं। कई तरह के फूल सूरजमुखी के फूल जैसे दिखाई देते हैं, लेकिन वे सूर्यमुखी नही होते, इसके फूल तीन रंग के होते हैं जैसे बैगनी, पीला, और सफेद।

सूर्यमुखी के बीज मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम, जस्ता और लोहे में समृद्ध होते हैं। इसमें कुछ मात्रा में विटामिन E, A और D पाया जाता है। इसके बीजों का सेवन स्नैक्स के रूप में किया जाता है।

इसके फूलों के तेल की कुकिंग भी की जाती हैं जिससे भोजन बेहद स्वादिष्ट हो जाता है, इससे शरीर भी स्वास्थ रहता है। विदेशी लोग 50000 वर्ष पहले पूर्व इसका उपयोग कर अनेक बीमारियों से अपना बचाव करते थे।

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सूर्यमुखी के बीजों के गुण

  • इसके बीजों में मौजूद आयरन हमारे पूरे शरीर को स्वास्थ रखने में मदद करता है।
  • यह हड्डियो, मांशपेशियों, जोड़ो, कैंसर, कब्ज, एसिडिटी, किडनी आदि रोगों में सहायक होता है।
  • इसमें पाया जाने वाला जिंक सल्फेट सर्दी जुखाम को ठीक करता है।

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