सहजन का वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलेइफेरा (Moringa Oleifera) है। इसे हिंदी में कई नामों से जाना जाता है जैसे मुनगा, सुजना, सेंजन, मरुनागाई और सहजना आदि। सहजन पौधे के सभी भाग औषधि गुण से भरपूर होते हैं।
इसमें प्रोटीन, आयरन, कैरोटीन, अमीनो एसिड, पोटैशियम, मैग्निशियम, विटामिन ए, बी कंपलेक्स और 40 से अधिक एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है।
सहजन में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फलामेशन गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों को ठीक करने में सहायता करते हैं।
सहजन की पत्तियों का सेवन करने से आपको कई तरह की बीमारियों जैसे शुगर रोग, बीपी, अस्थमा, मोटापा, आदि से छुटकारा मिल सकता है। अधिक जानकारी के लिए इस लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें।
सहजन की पत्तियों का घरेलू उपयोग कई बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है, जैसे –
डायबिटीज कम करने के लिए
सहजन की पत्तियों में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता, जो शुगर लेवल को कम करता है। अगर कोई डायबिटीज पेशेंट (Patient) सहजन की पत्तियों का सेवन लगातार करता है तो वह कुछ महीने बाद डायबिटीज रोग से छुटकारा पा सकता है।
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हृदय रोग से संबंधित बीमारी को कम करने के लिए
हृदय शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है ऐसे में हृदय को स्वास्थ्य रखना जरूरी होता है। अगर आप हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो अपने भोजन में सहजन की पत्ती को मिलाकर खाएं।
सहजन की पत्तियों में अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो शरीर को कई प्रकार के इंफेक्शन से बचाता है।
मोटापा को कम करने के लिए
अगर आप मोटापे की समस्या से परेशान हैं और इस मोटापे को कम करना चाहते हैं तो भोजन में सहजन की पत्ती शामिल करें, इसकी पत्तियों में एंटी-ओबेसिटी और क्लोरोजेनिक एसिड गुण पाया जाता है जो यकीनन आपका वजन कम करने में सहायता कर सकता है।
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कैंसर से बचाव
क्या आप जानते हैं कि कैंसर क्या है? कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं होता, लेकिन सहजन की पत्तियों का सेवन करने से कैंसर को कम किया जा सकता है, इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, जिंक, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि कैंसर जैसी बीमारी को भी कम करने की क्षमता रखते हैं।
सहजन की पत्तियां से लिवर के समस्याओं से बचाव
व्यक्ति के गलत खान-पान की वजह से लीवर कमजोर हो जाता है, ऐसे में हमें जरूरी है कि स्वच्छ खाना खाएं, साफ़ पानी का इस्तेमाल करें, और समय से खाना लें साथ ही भोजन में सहजन की पत्तियों को शामिल करें, इसमें क्वारसेटिन नामक फ्लैवनॉल होते हैं, जो हेपाटोप्रोटेक्टिव की तरह कार्य करते हैं।
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त्वचा के लिए
अगर आपकी त्वचा में पिंपल्स आ जाते हैं और आपके चेहरे की सुन्दरता को घटा देते हैं या आपकी त्वचा में ग्लो / निखार नहीं आता तो आप समझ जाइए कि हमारी त्वचा स्वस्थ नहीं है।
ऐसे में सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल करने से हमारी त्वचा स्वस्थ रहती है। इस सहजन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरस, एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जो रैशेज और त्वचा संबंधी संक्रमण से बचाव बचाव करते हैं।
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